ऑर्गेनिक फूड अपनाएँ


ममता नौगरैया वरिष्ठ लेखिका



आज हमारी थाली में भोजन के रूप में जो भी चीजें शामिल हो रही हैं, उन्हें तैयार करने में केमिकल और फर्टिलाइजर का खूब इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इन्हें सुरक्षित रखने के लिए कीटनाशक व अन्य रसायनों का भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में जागरूक लोग यह सोचने लगे हैं कि जो कीटनाशक रसायन व अन्य रसायन कीटों को मारने की क्षमता रखते हैं, वे इंसान के लिए भी कुछ न कुछ नुकसानदेह होंगे ही। कीटनाशक रसायनों व कई अन्य प्रकार के केमिकल्स से भरे दिन प्रतिदिन के खानपान से बीमारियों को खूब बढावा मिल रहा है। ऐसे में जागरूक लोगों का ध्यान ऑर्गेनिक फूड की ओर जाता है। ऑर्गेनिक फूड क्यों है बेहतर ऑर्गेनिक फूड का उत्पादन पारंपरिक तरीके से किया जाता है। ऐसे ऑर्गेनिक फूड के उत्पादन में किसी भी प्रकार के रासायनिक खाद व रसायन का इस्तेमाल नहीं किया जाता। विशेषज्ञों के अनुसार, इनमें पौष्टिक तत्व, विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन 50 प्रतिशत अधिक होता है। इसमें मौजूद तत्व दिल की बीमारी, माइग्रेन, ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैंप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है ऑर्गेनिक फूड शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, त्वचा में निखार लाते हैं, शरीर में चर्बी बढ़ने नहीं देते, यानी मोटापे से भी बचाते हैं। ऑर्गेनिक खेती की खूबियाँ ऑर्गेनिक खेती करने से पूर्व लंबे समय के लिए जमीन को खाली छोड़ दिया जाता है, ताकि मिट्टी में मिले पेस्टीसाइड खत्म हो सकें। इस कारण उत्पादों में ज्यादा विटामिन एवं खनिज होते हैं।


विशेषज्ञों की मानें तो, ऑर्गेनिक खेती प्राकृतिक तरीके से की जाती है। इसमें खाद की जगह घास पात, गोबर आदि का इस्तेमाल किया जाता है, जो मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। कई बार घर की रसोई से निकली सामग्री भी खाद के रूप में काम आती है। ऑर्गेनिक फूड में प्राकृतिक चीजों का प्रयोग किया जाता है। इसमें कीटनाशक रसायन या रसायनिक उर्वरक का इस्तेमाल नहीं किया जाता। बीमारियों से होता है बचाव आजकल के खानपान से याददाश्त कमजोर पड़ना, भूख न लगना, मोटापा, डिमेशिया, अल्जाइमर और कई तरह के कैंसर जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि हमेशा ऑर्गेनिक फूड का ही इस्तेमाल किया जाएकिचन गार्डन में खाद की पर्ति डॉ. रंजना बताती हैं कि मटर छीलकर उसके छिलकों को काटकर ही आप अपने किचेन गार्डन के लिए खाद बना सकते हैं। इसके लिए घर की अतिरिक्त बची हुई वस्तुओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑर्गेनिक फूड का प्रयोग डाइटीशियन रश्मि श्रीवास्तव बताती हैं कि ऑर्गेनिक फूड __ का प्रयोग तो करना ही चाहिए। इसके अलावा दूध, दही, चीज आदि मिल्क मेड आइटम ऑर्गेनिक हो तो ठीक है। दूध और दुग्ध उत्पाद के बारे में रश्मि बताती हैं कि उन गाय-भैंसों का दूध आगेनिक होगा, जो सिर्फ घास ही खाती हैं। इनका दूध शुद्ध होगा, पर कई जगह गाय-भैसों को ग्रोथ हारमोन्स देते हैं, जिससे वो जल्दी बड़ी हो जाएँ और ज्यादा दूध दें। वह ठीक दूध नहीं है। सेहत के लिए पशुओं को एंटीबायोटिक भी देते हैं। ऐसा दूध भी ठीक नहीं होता।