प्रावृफतिक आपदा प्रबंध्


प्रावृफतिक आपदा एक प्रावृफतिक जोखिम है, जिसवेफ आने से मानवीय जीवन एवं मानवीय गतिविध्यिाँ गंभीर रूप से प्रभावित होती है, परन्तु आपदा प्रबंध् वेफ द्वारा हम प्रावृफतिक आपदा वेफ वुफप्रभाव को कापफी हद तक कम कर सकते हैंै। प्रावृफतिक आपदाएँ जैसेµहिमस्खलन, भूकम्प, ज्वालामुखी का पफटना, ज्वालामुखी का लावा, बाढ़, चव्रफवात, सुनामी, बपर्फीले तूपफान, ओलावष्टि, सूखा पड़ना, ग्रीष्म लहर, आग, महामारी, एवं अकाल आदि ने मानवता को प्रभावित किया है। इसवेफ अतिरिक्त मानवीय गलतियाँ एवं मानवीय भूल जैसे भोपाल गैस त्रासदी एवं चैरनोबिल, न्यूक्लियर रियेक्टर त्रासदी से भी हजारों लोगों का जीवन नष्ट हुआ है।
आपदा प्रबंध् द्वारा प्रावृफतिक आपदा आने पर एवं आपदा द्वारा हुए नुकसान को कम किया जा सकता है एवं पीड़ित लोगों की सहायता की जा सकती है। सारे विश्व में सभी देशों की सरकारें एकजुट होकर आपदा प्रबंध् की दिशा में प्रयास कर रही हैं। अनेकों स्वयं सेवी संस्थान भी सरकारी संस्थाओं वेफ साथ  मिल कर इस दिशा में हर संभव सहायता देने वेफ लिए तत्पर है। आजकल आपदा प्रबंध् को एक विषय वेफ रूप में पढ़ाया भी जाता है ताकि हमारे छात्रा-छात्रायें इस विषय की गंभीरता को समझ सवेफं एव विषम परिस्थितियों में मानवता की सेवा कर सवेंफ