वैज्ञानिक शब्दों में वायु प्रदूषण रसायनों और यौगिकों की उपस्थिति के कारण होता है जो हवा की गुणवत्ता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करते हैं। वातावरण में मौजूद हर गैस को एक निश्चित मूल्य मिला है। यदि इन गैसों में से किसी मंे भी वृ(ि हुई है तो यह वायु प्रदूषण को बढ़ाता है जो पृथ्वी ग्रह के लिए बहुत हानिकारक है।
वायु प्रदूषण से बचने के लिए लोग खुद को घर में कैद कर लेते हैं तथा ऐसा करने से उन्हें लगता है कि वे प्रदूषित हवा से बच गए हैं। उन्हें लगता है कि जब वे घर से बाहर निकलते हैं तभी उन्हें वायु प्रदूषण का सामना करना पड़ता है और घर के अंदर वे वायु प्रदूषण से सुरक्षित रहते हैं। लेकिन हम सभी जो ऐसा सोचते हैं यह गलत है, क्योंकि घर के अंदर कई कारक हैं जो वायु प्रदूषण का कारण बनते हैं।
घर के अंदर प्रदूषण का प्रभाव
प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि अब हमारा घर भी उससे सुरक्षित नहीं है। वास्तव में प्रदूषण न केवल बाहर बल्कि घर के अंदर भी बढ़ता है। घरेलू उत्पाद से लेकर निष्क्रिय ध्ूम्रपान तक सबसे वायु प्रदूषण की संभावना है। घरों के अंदर प्रदूषित वायु जीवन के लिए हानिकारक हो सकती है। हर साल इससे लाखों लोग मरते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ;डब्ल्यूएचओद्ध के अनुसार घरों में हवा अब शु( नहीं है। घर के अंदर वायु प्रदूषण से हमारे शरीर में जहरीला प्रभाव पड़ता है। प्रदूषित हवा टीबी और श्वसन रोगों के प्रमुख कारणों में से एक है।
वायु प्रदूषण के कारण न केवल शहर का जीवन बल्कि गांवों के जीवन स्तर भी प्रभावित हो रहे हैं। यहाँ तक कि जो लोग स्वस्थ हैं वे हृदय और पफेपफड़ों संबंध्ी बीमारियों के जोखिम का सामना कर रहे हैं। वास्तव में घर के बाहर की तुलना में अंदर अध्कि प्रदूषण होता है।
भारत में घर के अंदर वायु प्रदूषण की समस्या
विश्व स्वास्थ्य संगठन ;डब्ल्यूएचओद्ध की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे अध्कि प्रदूषित शहरों में से करीब आध्े भारत के हैं। हमें अपने घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों को सापफ रखने की कोशिश करनी चाहिए।
हमारे घरों में प्रदूषण के कई वाहक हैं जो हमारे घर की हवा को अशु( करते हैं। घर के अंदर वायु प्रदूषण ऐसे कारकों के कारण होता है जिनमें ध्ूल, मिट्टी के कण, कचरा, पराग आदि शामिल हैं। हम उन्हें खुली आँखों से नहीं देख पाते हैं।
घर के अंदर वायु प्रदूषण को कम करने के तरीके
देश के सभी शहरों में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गया है लेकिन वायु प्रदूषण से बचने के कई तरीके हैं। आप चाहे कार्यालय में हों या घर पर या कहीं और ऐसे कई तरीके है जिनसे आप वायु प्रदूषण से खुद को बचा सकते हैं। ये तरीके प्रौद्योगिकी से कोई पफायदा नहीं उठाते हैं।
ध्ुंए को दूर रखें
शुरुआत करते हुए तुरंत घर के भीतर मौजूद कारकों को हटा दें जो कालिख या कार्बन का उत्सर्जन करते हैं। अध्किांश घरों में दीपक, ध्ूप, मोमबत्तियाँ, कपूर आदि जलाए जाते हैं जिससे घर में ध्ुंआ पफैलता है। हमारे घर की जलवायु इस ध्ुंए से प्रदूषित होती है जिसका हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए इन चीजों को घर से बाहर रखने या सीमित मात्रा मंे उनका इस्तेमाल करना अच्छा होगा।
प्लास्टिक को ना कहें
हम अक्सर अपने घरों को सजाने के लिए प्लास्टिक के पौध्े खरीदते हैं। उन पर लगी ध्ूल बहुत पहले से उन पर लगी होती है जो हमें साइनस और एलर्जी दे सकती है। ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना टालना चाहिए।
नियमित सपफाई रखें
हमारे घरों में प्रदूषण गद्दों, तकियों, शीट, सोपफों और कालीन जैसी वस्तुओं में पाया जाता है। जिसे हम नहीं देखते हैं। समय-समय पर उन्हें धेने की सलाह दी जाती है। कम से कम उन्हें समय-समय पर सापफ करना चाहिए।
कैसे खत्म करें घर के अंदर का प्रदूषण