शरीर को दे मजबूती


बार-बार किसी प्रकार वेफ संक्रमण या पिफर मौसमी एलर्जी से ग्रसित होने का मतलब है कि आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने वेफ लिए किन-किन बातों का ध्यान रऽना जरूरी है, 24 से 30 अप्रैल तक आयोजित होने वाले प्रतिरक्षा सप्ताह वेफ मौवेफ पर जानकारी दे रही हैं राजलती त्रिपाठी  
इम्यूनिटी आपवेफ शरीर में मौजूद टाॅक्सिन्स से लड़ने की क्षमता होती है। शरीर में टाॅक्सिन वेफ बहुत सारे कारण हो सकते हैं, मसलन बैक्टीरिया, वायरस या पिफर अन्य नुकसानदेह पैरासाइट्स। सच तो यह है कि शरीर वेफ आसपास बहुत सारे बैक्टीरिया और वायरस मौजूद होते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से ग्रसित कर देते हैं। शरीर को बाहरी संक्रमण और बीमारियों से बचाकर रऽने वेफ लिए शरीर वेफ अंदर एक रक्षा प्रणाली होती है, जिसे इम्यून सिस्टम या रोग प्रतिरोधक शक्ति कहते हैं। अगर आपकी इम्यूनिटी मजबूत है, तो आप न वेफवल बदलते मौसम में होने वाली सर्दी, ऽांसी जैसी समस्या से बचे रहते हैं, बल्कि इसकी वजह से आप हेपेटाइटिस, पफेपफड़े वेफ संक्रमण, किडनी वेफ संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचे रहते हैं। वरिष्ठ पिफजिशियन डाॅ.हिमांशुशेऽर वेफ अनुसार, अगर आप बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी इम्यूनिटी मजबूत नहीं है, क्योंकि इम्यूनिटी दुरुस्त रहने पर व्यक्ति न वेफवल कम बीमार पड़ता है, बल्कि बीमार पड़ने पर जल्दी ठीक भी हो जाता है।    
क्या हैं लक्षणµमौसम बदलने वेफ साथ सर्दी-जुकाम हो जाना। 
हर समय सुस्ती-सी महसूस होना। 
बीमार होने पर जल्दी ठीक न हो पाना।  
थोड़ा काम करने पर भी थक जाना। 
बढ़ा सकते हैं प्रतिरोधक क्षमता 
अपनी दिनचर्या और ऽानपान में थोड़ा बदलाव कर आप ऽुद को स्वस्थ रऽने वेफ साथ-साथ अपनी इम्यूनिटी को भी सुधार सकते हैं। सच तो यही है कि जब आपका इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहेगा, तभी आप अच्छी सेहत वेफ मालिक बने रह सवेफंगे। इम्यूनिटी को बढ़ाने वेफ लिए नियमित व्यायाम वेफ साथ-साथ अपने ऽानपान में सजगता बरतने वेफ अलावा अपने आहार में उन चीजों को शामिल करना भी जरूरी है, जो आपवेफ शरीर को पोषण प्रदान करने वेफ साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली हो। इसवेफ लिए आप किसी डाइटीशियन से सलाह भी ले सकते हैं। अपने आहार में चिप्स, Úेंच Úाइज, पास्ता, सपफेद आटा, डिब्बा बंद आहार, सोडा ड्रिंक, रेड मीट आदि को भूलकर भी शामिल न करें, क्योंकि इनसे न चाहते हुए भी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। 
सुबह वेफ नाश्ते को न करें नजरअंदाज 
सुबह वेफ नाश्ते की अनदेऽी करना बहुत सारे लोगों की आदत होती है। इससे न वेफवल ऐसे लोगों की सेहत ऽराब होती है, बल्कि इसका असर उनकी इम्यूनिटी पर भी पड़ता है। अगर आप अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो चाहे आप कितनी भी जल्दी में क्यों न हों, सुबह का नाश्ता जरूर करें। यह सुनिश्चित करें कि आपवेफ सुबह वेफ नाश्ते में प्रोटीन की भरपूर मात्रा हो। अपने सुबह वेफ नाश्ते में उबले अंडे, मौसमी ताजे पफल, दलिया, नट्स, अंवुफरित अनाज वेफ साथ जूस या लस्सी को शामिल करें। जब आपवेफ दिन की शुरुआत सही नाश्ते से होती है, तो इससे आपवेफ शरीर और दिमाग दोनों को पोषण मिलने वेफ साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। 
वजन रऽें नियंत्रित 
मोटापा बहुत सारी बीमारियों की वजह है। सच तो यह है कि मोटे लोग पतले लोगों वेफ मुकाबले पेट से जुड़ी बीमारियों से ज्यादा ग्रसित होते हैं। मोटापे की वजह से आप डायबिटीज और रक्तचाप जैसी समस्याओं से भी पीड़ित हो सकते हैं। मोटापे की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है। मोटापे की वजह से सपफेद कोशिकाएं बनने में दिक्कत होती है। जब शरीर में सपफेद कोशिकाएं कम होने लगती हैं, तो प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। 
शारीरिक सक्रियता है जरूरी 
ऽुद को स्वस्थ रऽने और अपनी इम्यूनिटी को सुधारने वेफ लिए शरीर का सक्रिय रहना जरूरी है। जब आप काम नहीं करते हैं और भूऽ लगने पर ऽाना ऽा लेते हैं, तो आप पेट से जुड़े बहुत सारे रोगों से ग्रसित हो जाते हैं। शारीरिक निष्क्रियता आपवेफ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है। इससे बचने वेफ लिए नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। जब आप व्यायाम करते हैं, तो आपका स्टेमिना बढ़ता है। आप जो एनर्जी लेते हैं, वो पच जाने से आपकी पाचन क्षमता दुरुस्त रहती है। इसवेफ लिए आप अपने व्यायाम में योग और मेडिटेशन वेफ साथ सैर को भी शामिल करें। इस बात का ऽास ध्यान रऽें कि व्यायाम नियमित हो। 
आठ घंटे की नींद 
सेहतमंद रहने वेफ लिए यह बेहद जरूरी है कि आपकी नींद पूरी हो। डाॅक्टरों का भी मानना है कि स्वस्थ रहने वेफ लिए आठ घंटे की गहरी नींद जरूरी है। सच तो यह है कि सेहत से जुड़ी बहुत सारी समस्याओं की वजह नींद पूरी न हो पाना है। बदलती हुई दिनचर्या में आप रात वेफ समय भी काम करते हैं, जिसकी वजह से आपकी नींद बाधित होती है। अगर आप ऽुद को स्वस्थ रऽने वेफ साथ अपनी इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो इसवेफ लिए यह बेहद जरूरी है कि आप ऽुद को अनावश्यक तनाव से दूर रऽें और गहरी नींद सोएं। 
धूम्रपान और शराब से परहेज करें 
ऽुद को स्वस्थ रऽने वेफ लिए यह बेहद जरूरी है कि नशीली वस्तुओं से दूरी बनायी जाए। अगर आप नियमित तौर पर शराब और सिगरेट का सेवन करते हैं, तो ऽुद को स्वस्थ रऽने और इम्यूनिटी को सुधारने वेफ लिए अपनी इस आदत पर नियंत्राण रऽें। अपने ऽानपान में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले ऽाद्य पदार्थों को शामिल करने वेफ अलावा नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। 
इन बातों का रऽें ध्यान ’ 
अपने आसपास का वातावरण सापफ-सुथरा रऽने वेफ अलावा अपनी शारीरिक स्वच्छता का विशेष ध्यान रऽें, क्योंकि बहुत सारी बीमारियों का कारण गंदगी होती है। 
तुलसी और करी पत्ता में एंटी आॅक्सिडेंट तत्वों की बहुतायत होती है। प्रतिदिन इनकी आठ-दस पत्तियाँ चबाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। 
रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठें, ताकि आपका सामना सूर्य की अल्ट्रा वाॅयलेट किरणों से हो। धूम विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत होती है, जो हड्डियों को मजबूती देने वेफ साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी दुरुस्त करती है। 
ये आहार बढ़ाएंगे इम्यूनिटी 
इम्यूनिटी बढ़ाने वेफ लिए अपने आहार में टमाटर को जरूर शामिल करें। इसमें मौजूद लाइकोपीन नामक एंटीआॅक्सिडेंट आपवेफ दिमाग की सेहत वेफ लिएजरूरी है। इसवेफ अलावा टमाटर में विटामिन वेफ, विटामिन सी औरपफाइबरकीबहतायत होती है, जो इम्यूनिटी सुधारने में मददगार साबित होते हैं। 
संतरा, नीबू, आंवला, मौसमी जैसे ऽट्टे पफलों में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो हर तरह वेफ संक्रमण से लड़ने वाली श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण करने में सहायक है। इन सारी चीजों को अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाएं। 
लहसुन भरपूर मात्रा में एंटीआॅक्सिडेंट बनाकर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली कोबीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। इसमें एलिसिन नामक ऐसातत्व पायाजाता है, जोशरीर को किसी भी प्रकार वेफ संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। प्रतिदिन भोजन में लहसुन कीसंतुलित मात्रा को शामिल करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने वेफ साथ-साथ पेट वेफ अल्सर और कैंसर से भी शरीर का बचाव होता है। रोजाना सुबह लहसुन कीदो कलियों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्राण में रहता है और लंबे समय तक इम्यून सिस्टम भी मजबूत बना रहता है। 
पालक में पफाॅलेट नामक ऐसा तत्व पाया जाता है। जो शरीर में नई कोशिकाएं बनाने वेफ साथ उन कोशिकाओं की मजबूती और डीएनए की मरम्मत का काम भी करता है। इसमें मौजूद पफाइबर आयरन एंटी आॅक्सिडेंट को बढ़ाकर शरीर को स्वस्थ रखता है। पालक में ऐंटी मौजूद विटामिन सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाये रखने में मददगार होता है। उबले पालक का नियमित तौर पर सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
मशरूम शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाओं को सव्रिफय बनाने में सहायक सि( होता है। इसमें सेलेनियम नामक मिनरल एंटी आॅक्सिडेंट तत्व विटामिन बी, नाइसिन आदि पाये जाते हैं।
इनवेफ अलावा मशरूम में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीटड्ढूमर तत्व पाये जाते हैं। मशरूम में शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाले तत्व की प्रचुरता होती है। 
रोजाना बादाम वेफ आठ-दस दाने भिगोकर ऽाने से न वेफवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, बल्कि इसवेफ सेवन से दिमाग को तनाव से लड़ने की शक्ति भी मिलती है। बादाम में मौजूद विटामिन ई शरीर में प्राकृतिक तौर पर पाए जाने वाले सेल्स को बढ़ाने में मददगार साबित होता है। 
अपने आहार में मौसमी पफलों और सब्जियों को शामिल करें। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और इम्यूनिटी को बढ़ाने वेफ लिए ऽूब सारी सब्जियों और पफलों का सेवन करने वेफ साथ-साथ ऽूब सारा पानी पिएं। अंवुफरित अनाज का भी सेवन करें।